इस नई फीचर की मदद से स्काइपे के माध्यम से बातचीत के दौरान सामने वाले उपयोगकर्ता को पहचानना संभव है। इसके तहत वीडियो कॉलिंग के दौरान ही उपयोगकर्ता को मेनू बटन में अनुरोध किया जा सकता है। इसके बाद से जिस व्यक्ति से आप स्काइप लाइट ऐप पर वीडियो चैट कर रहे हैं, उसके पास वरीफिकेशन अनुरोध किया जाएगा। जैसे ही सामने वाला यूजर आपकी रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करता है तो अपने आधार से जुड़े मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आ जाएगा। इसके बाद पहचान की पुष्टि की जा सके।
आधार की सिक्योरिटी से जुड़े प्रश्नों पर माइक्रोसॉफ्ट का कहना है कि स्काइप या स्काइप लाइट ऐप के लिए उपयोगकर्ता डेटा की जानकारी नहीं है। इस इंटिग्रेशन के बाद से इस सुविधा का इस्तेमाल सरकारी अधिकारी और जॉब के लिए इंटरव्यू में हो सके। कंपनी का यह भी कहना है कि चैट के दौरान कंपनी किसी भी ऑडियो या वीडियो जैसे पर्सनल जानकारी स्टोर नहीं है। ये पूरी तरह से सुरक्षित हैं और इनक्रेटेड हैं

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें